हरिवंशराय 'बच्चन' वाक्य
उच्चारण: [ herivensheraay 'bechechen' ]
उदाहरण वाक्य
- मूळ हिंदी कवी: हरिवंशराय 'बच्चन'
- आदर्श प्रेम-डॉ. हरिवंशराय 'बच्चन'
- मधुशाला-(संपूर्ण)-हरिवंशराय 'बच्चन'
- डॉ. हरिवंशराय 'बच्चन' सहसा चुप हो गए, वे शून्य में कहीं देखने लगे।
- कौन मेरी थाम गर्दन, है विवश करता कि कह दूँ, व्यर्थ जीवन भी, मरण भी! स्वप्न भी छल, जागरण भी!-डॉ. हरिवंशराय 'बच्चन' (निशा निमन्त्रण)
- -डॉ. हरिवंशराय 'बच्चन' (आकुल अंतर, १९४३) रक्तमुख-जानकीवल्लभ शास्त्री कुपथ कुपथ रथ दौड़ाता जो पथ निर्देशक वह है, लाज लजाती जिसकी कृति से धृति उपदेश वह है
- text / plain hi BBCHindi.com Story, Regional News no titleमधुशाला' का चिराग़ बुझा http://www.bbc.co.uk/go/wsy/pub/rss/1.0/-/hindi/southasia/030118_rj_harivansh_death.shtml डॉक्टर हरिवंशराय 'बच्चन' का शनिवार को मुंबई में 96 वर्ष की आयु में देहांत हो गया है.
- दूरदर्शन धारावाहिक “चाणक्य” मे संगीतबद्ध यह गीत जरूर सुनें: आदर्श प्रेम-डॉ. हरिवंशराय 'बच्चन' प्यार किसी को करना लेकिन कह कर उसे बताना क्या अपने को अर्पण करना पर और को अपनाना क्या
- त्याग अंक में पले प्रेम शिशु उनमें स्वार्थ बताना क्या दे कर हृदय हृदय पाने की आशा व्यर्थ लगाना क्या-डॉ. हरिवंशराय 'बच्चन' रश्मिरथी / प्रथम सर्ग-रामधारी सिंह 'दिनकर' 'जय हो' जग में जले जहाँ भी, नमन पुनीत अनल को,
अधिक: आगे